हे वीर विवेकानंद हिंदी
हे वीर विवेकानंद हिन्दुयशमूर्ति… हिन्दुयशमूर्ति… हे युवकप्रवर, तुम युवहृदयों की स्फूर्ती ॥ ध्रु. ॥ माँ विश्वधर्म की देखी जब बन्धन में तुम क्षुब्ध सिंह से व्याकुल थे अंतर में उसके मुक्ती की प्रखर आस मन में थी ॥ १ ॥ शत आघातों से मर्माहत थी कब की वह हिन्दुचेतना तुमने संजीवित की अर्पण की उसको […]
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